एमएसएमई औजार कक्ष (टूल रूम) के बारे में ब्रीफ


एमएसएमई औजार कक्ष (टूल रूम) के बारे में ब्रीफ


  • भारत सरकार ने विशेष रूप से एमएसएमई की सहायता करने के उद्देश्य से देश में उद्योग के विकास के लिए उपयुक्त प्रोत्साहन देने हेतु अपने प्रयास में औरंगाबाद, अहमदाबाद, भुवनेश्वर, गुवाहाटी, हैदराबाद, इंदौर, जमशेदपुर, कोलकाता, जालंधर एवं लुधियाना में दस औजार कक्ष (टूल रूम) स्थापित किए हैं। ये औजार कक्ष प्रिसिजन टूलिंग के रूप में भारतीय उद्योग को अमूल्य सेवा देते हैं एवं टूल और डाई निर्माण के क्षेत्र में कुशल जनशक्ति उपलब्ध करा रहे हैं। इन औजार कक्षों की स्थापना से भारत में टूलिंग एवं सह संबद्ध कार्यकलापों के क्षेत्र में नये युग की शुरूआत हुई है। आज ये औजार कक्ष मोल्ड एवं डाई निर्माण प्रौद्योगिकी में काफी दक्ष हैं एवं कृत्रिम मोल्डों, डाई एवं टूल के विकास एवं विनिर्माण में प्रिसिजन एवं गुणता को प्रोत्साहित करते हैं। प्रत्येक टूल रूम ने अपने-अपने क्षेत्र में शीर्षस्थ स्थान प्राप्त किया है। ये औजार कक्ष न केवल सर्वोत्तम प्रौद्योगिकी से सुसज्जित हैं बल्कि ये क्षेत्र में नवीनतम उन्नति के साथ कदम से कदम मिलाए हुए हैं तथा समय-समय पर टूलिंग, वैक्यूम हीट ट्रीटमेंट, तीव्र प्रोटोटाइपिंग आदि जैसे नयी प्रौद्योगिकी को बढ़ाता है।

  • टूल रूम न केवल उद्यम प्रौद्योगिकी से सुसज्जित है बल्कि वे इस श्रेत्र में नवीनतम प्रगति के साथ-साथ समय-समय पर टूलिंग , वेक्यूम हीट ट्रीटमेंट, त्वरित प्रतिकृति इत्यादि के लिए सीएडी/सीएएम,सीएनसी मशीन जैसी नई प्रौद्योगिकी को भी शामिल करते हैं।

  • औजार कक्ष अंतर्राष्ट्रीय गुणता औजारों, टूलिंग एवं संबंधित क्षेत्रों में प्रशिक्षित कार्मिक तथा परामर्श उपलब्ध कराने के रूप में उद्योगों के संबंधित क्षेत्रों के एकीकृत विकास पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं एवं उत्कृष्टता एवं इससे परे की खोज में नयी सीमाओं को लगातार लांघ कर रहे हैं।

  • औजार कक्षों ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आवश्यकताएं पूरी करने के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम को विकसित किया है। औजार कक्ष टूल डिजाइन, विनिर्माण, निम्न लागत ऑटोमेशन, सीएडी/सीएएम आदि क्षेत्रों में कोलम्बो तकनीकी सहयोग स्कीम (टीसीएस), विशेष राष्ट्रमंडल अफ्रीकी सहायता कार्यक्रम (एससीएएपी), भारतीय तकनीकी एवं आर्थिक सहयोग (आईटीईसी), श्रीलंका को सहायता, आदि जैसे भारत सरकार के विभिन्न समझौतों के अंतर्गत प्रायोजित अंतर्राष्ट्रीय भागीदारों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं।

  • औजार कक्ष अत्याधुनिक मशीनरी एवं सहायता सुविधाओं से सुसज्जित हैं। सभी औजार कक्ष पूर्ण गुणता प्रबंधन (टीक्यूएम) के सिद्धांतों का पालन करते हैं। वे आईएसओ 9001-2000 प्रमाणित संस्थाएं हैं एवं उनमें से कुछ आईएसओ-14000 एवं ओएचएसएएस-18000 प्रमाणित हैं।

  • टूल रूम की सुविधाएं जटिल मध्यम और लघु आकार के डिजाइन और विनिर्माण में सहायता प्रदान करते हैं। ये टूल रूम अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप में है। नवीनतम हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर टूल के व्यवसायिक डिजाइन और 3डी ठोस मॉडलिंग और का सुनिश्चित करते हैं। सतह मॉडलिंग और उत्पाद विकास के लिए विश्लेषण के साथ-साथ प्रतिलोम इंजीनियरिंग और त्वरित प्रतिकृति अतिरिक्त विशेषताएं है।

  • उत्पाद विकास के लिए सतही मॉडलिंग और विश्लेषण सहित त्वरित प्रतिकृति और प्रतिलोम इजिंनियरिंग, इसकी अतिरिक्त विशेषताएं हैं।

  • टूल रूम के उत्पादक केन्द्र अग्रणी उत्पादन सेवाओं को एक व्यवस्था प्रदान करते हैं। इनमें प्रेस टूलों मोल्ड्स, जिग्स फिक्सचर्स, गॉन, डाई कास्टिंग डाई का विनिर्माण, मानक पुर्जों और घटकों का विनिर्माण और परिशुद्धता कार्य पूर्ण करना शामिल है।

  • इसके अलावा, ये संस्थान विनिर्माण अथवा टूल के प्रयोग से संबंधित तकनीकी सेवाएं जैसे कि औजारों का डिजाइन, डाई, मोल्ड्स और इसी प्रकार के उत्पाद, सामग्री परीक्षण, ऊष्मा उपचार, गुणवत्ता नियंत्रण और तकनीकी परामर्श प्रदान करते हैं।

  • उच्च तकनीकी सुविधाओं के प्रभावी उपयोगिता के लिए प्रत्येक उत्पादन केन्द्र डिजाइन और उत्पादन इंजीनियर्स, संयंत्र पर्यवेक्षकों, फोरमेन और कुशल कारीगरों उदाहरणार्थ टूल और डाई बनाने वाले, फिटर और मशीन चालकों के लिए अनुभवी विशेषज्ञों की टीम पर भरोसा करता है।

  • टूल रूम टीक्यूएम धारणा पर विश्वास करते हैं। यह विश्वास विनिर्माण के पहले और बाद में गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए ग्रहण की गई प्रक्रिया में प्रमाणित है। उच्च परिशुद्दता उपकरणों जैसे कि सीएनसी समन्वय मापक मशीन, इलैक्ट्रॉनिक हाईट मास्टर, सीएनसी प्रोफाईल प्रोजेक्टर और टूल मेकर्स माईक्रो स्कोप घटकों की गहन जांच सुनिश्चित करते हैं। एक पूर्ण मानक कक्ष आईएसओ-9001 अपेक्षाओं के अनुसार अंशशोधन सेवाएं भी प्रदान करता है।

  • टूल रूम यांत्रिकी और हाइड्रोलिक प्रेस और माईक्रो प्रोसेसर नियंत्रित इन्जेक्शन मोल्डिंग मशीनों की विभिन्न श्रेणियों से सुसज्जित है। इन मशीनों का प्रयोग औजारों, डाई और मोल्ड्स और घटकों के उत्पादन के लिए भी पूर्व परीक्षा उद्देश्यों के लिए किया जा रहा है।

  • एस. मेती महा-प्रबंधक, केन्द्रीय टूल रूम एवं प्रशिक्षण केन्द्र, भुवनेश्वर कहते हैं कि हमारे उच्च परिशुद्धता घटकों और समूहों का प्रयोग न केवल एमएसएमई द्वारा बल्कि दूसरों के साथ-साथ रक्षा कारखानों, एरोस्पेस क्षेत्र (इसरो और एचएएल), वैमानिक कारखानों, ऑटोमोबाइल क्षेत्र, इंजीनियरिंग उद्योग द्वारा किया जा रहा है। सभी टूल रूम की यही कहानी है।

  • भारतीय औद्योगिक विकास के लिए एकीकृत समाधान की टूल रूम की अवधारणा प्रशिक्षित, कुशल और नवोन्मेष श्रमशक्ति के प्रावधानों पर आधारित है। उत्तम संरचना, माड्यूलर, व्यवहारिक रूप से उन्मुख दीर्घकालिक प्रशिक्षण कार्यक्रम टूल रूम के मुख्य केन्द्र बिन्दु हैं। तथापि, विद्यमान तकनीकी कर्मियों के कौशल को उन्नत और अद्यतन करने की आवश्यकता महसूस करते हुए दोनों उद्योग की विशिष्ट आवश्यकताओं को पूर्ण करने के लिए टूम रूमों ने कई पाठ्यक्रम आरंभ किए हैं - नियमित और टेलर मेड सभी पाठ्यक्रमों को वैश्विक प्रौद्योगिकीय उन्नतियों के साथ बरकरार रखने के लिए नियमित रूप से उन्नयन किया जाता है। औजार कक्षों द्वारा प्रदत्त विभिन्न स्तरों के पाठ्यक्रम अर्थात् प्रमाणपत्र, डिप्लोमा, उन्नत डिप्लोमा, पोस्ट डिप्लोमा, स्नातकोत्तर डिप्लोमा स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम रोजगार प्रयोजनों के लिए भारत तथा विदेश में उद्योगों द्वारा स्वीकार किए जाते हैं। विश्व में कहीं भी विकास के साथ कदम से कदम मिलाने के लिए कृत्रिम उपकरण के लिए उपर्युक्त क्षेत्र में प्रशिक्षण सुविधाएं आवश्यक हैं। यह अध्यापन (टीचिंग) स्टाफ की भी मांग करता है जिन्होंने स्वतंत्रतापूर्वक कार्य करने के लिए तथा शॉप फ्लोर पर टीम को ले जाने के लिए प्रशिक्षणार्थियों को सुसज्जित करने हेतु प्रायोगिक एवं सैद्धान्तिक ज्ञान प्राप्त कर लिया है। एचडी कांप्से महाप्रबंधक, भारत जर्मन औजार, कक्ष, औरंगाबाद कहते हैं कि ‘‘हमारे औजार कक्ष द्वारा प्रशिक्षित छात्रों का उद्योग द्वारा अच्छी तरह से स्वागत किया जाता है जो दीर्घावधि प्रशिक्षुओं के लगभग 100 प्रतिशत नियोजन से स्पष्ट है,’’

  • ऐसे समय में जब प्रौद्योगिकीय विकास, वृद्धि एवं रोजगार सृजन निकट से संबंधित हैं, इन औजार कक्षों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि वे उद्यमीय भावना को विकसित करने एवं एसएमई क्षेत्र की वृद्धि को फलने-फूलने के लिए एक नर्सरी के रूप में कार्य कर रहे हैं। विगत वर्ष के दौरान औजार कक्षों द्वारा प्रशिक्षित 40,000 लोगों की तुलना में इस वर्ष 50,000 का आंकड़ा छूने की प्रत्याशा है।


  • 2003 से, स्कूल छोड़कर जाने वालों के लिए लाभप्रद रोजगार के अवसर खोलने के उद्देश्य से, औजार कक्ष उन बच्चों, जिन्होंने दसवीं कक्षा तक पढ़ाई की है, के लिए एक वर्षीय कार्यक्रम प्रदान कर रहा है। उन्हें प्रशिक्षित करने के बाद ऑटोमोबाइल, व्हाइट गुड्स, इंजीनियरिंग उद्योग, आदि में नियोजन पाने में मदद दी जा रही है। औसतन प्रत्येक बैच में प्रत्येक औजार कक्ष लगभग 40 स्कूल छोड़कर जाने वालों को प्रशिक्षित कर रोजगार बाजार के लिए तैयार करते हैं।

  • आर.के. राय, निदेशक (औजार कक्ष), विकास आयुक्त का कार्यालय (एमएसएमई) कहते हैं कि ‘‘राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्र में उनकी स्वीकार्यता में सुधार करने के उद्देश्य से फ्रॉनहोफर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, जर्मनी जैसे प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण संस्थानों के साथ बेंचमार्किंग द्वारा हम अपने प्रशिक्षण कार्यक्रमों के मानकीकरण की प्रक्रिया में हैं।

  • औजार कक्ष स्थापित करने के लिए राज्य सरकारों को सहायता करने के अलावा एमएसएमई-औजार कक्षों ने औजार कक्षों एवं व्यावसायिक केन्द्रों की स्थापना करने तथा जिम्बाब्वे, म्यांमार, श्रीलंका, तजाकिस्तान आदि जैसे देशों को विकसित कर, अंतर्राष्ट्रीय नियत कार्यों को सफलतापूर्वक निष्पादित किया है।

  • वर्षों के दौरान औजार कक्षों ने कौशल विकास सहित औजार अभियांत्रिकी की विभिन्न पहलुओं में विशेषज्ञता विकसित की है एवं वे निम्नलिखित सेवाएं दे सकते हैं-

  • विशेष क्षेत्रों, अंचलों या देश में टूलिंग एवं उससे संबंधित कौशल अपेक्षाओं को पहचानने के लिए सर्वेक्षण एवं अध्ययन करना।

    औजार कक्ष तथा प्रशिक्षण केन्द्र स्थापित करने के लिए आद्योपांत सहायता उपलब्ध कराना।

    विद्यमान इंजीनियरिंग उद्योगों को उनकी उत्पादन सुविधाओं का उन्नयन करने, मशीन टूलों के चयन करने के लिए परामर्श, टूल, मोल्ड, डाई, जिग एवं फिक्सचर आदि के लिए डिजाइन परामर्श देना।

    आवश्यकताओं को जानने के बाद विशेषज्ञता प्राप्त टेलर मेड प्रशिक्षण पाट्यक्रम उपलब्ध कराना।

    पाठ्यक्रम डिजाइन एवं प्रशिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रमों सहित पाठ्यक्रम विकास में विद्यमान प्रशिक्षण संस्थानों को परामर्श देना।

    उत्पाद डिजाइन, टूल डिजाइन एवं जटिल टूलिंग के विनिर्माण में सहायता प्रदान करना।